प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) के तहत किसानों को हर साल ₹6,000 की आर्थिक सहायता तीन किस्तों में दी जाती है। अब तक इस योजना की 19 किस्तें जारी की जा चुकी हैं, और अब किसानों को 20वीं किस्त का इंतजार है।
20वीं किस्त कब जारी होगी?
केंद्र सरकार ने 24 फरवरी 2025 को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 19वीं किस्त जारी की थी, जिसमें ₹22,000 करोड़ से अधिक की राशि लगभग 9.8 करोड़ किसानों के बैंक खातों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से भेजी गई थी। अब किसानों को 20वीं किस्त का इंतजार है, जो जून 2025 में जारी हो सकती है। इसके बाद अक्टूबर 2025 में तीसरी किस्त आने की संभावना है।
कौन से किसान इस योजना के पात्र हैं?
इस योजना का लाभ वही किसान उठा सकते हैं जो निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं:
-
कृषि भूमि का स्वामित्व: किसान के पास अपनी कृषि भूमि होनी चाहिए। यदि भूमि संयुक्त परिवार के नाम पर है, तो किसान को भूमि के स्वामित्व का प्रमाण प्रस्तुत करना होगा।
-
आधार कार्ड और बैंक खाता: किसान के पास वैध आधार कार्ड और बैंक खाता होना चाहिए। बैंक खाता आधार से लिंक होना चाहिए।
-
ई-केवाईसी: किसान को ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करनी होगी। यह प्रक्रिया ऑनलाइन की जा सकती है।
20वीं किस्त के लिए आवेदन प्रक्रिया
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होगी। किसान निम्नलिखित कदमों का पालन करके आवेदन कर सकते हैं:
-
आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
-
नया किसान रजिस्ट्रेशन करें: वेबसाइट पर ‘नया किसान रजिस्ट्रेशन’ का विकल्प होगा। इस पर क्लिक करें।
-
आवश्यक जानकारी भरें: रजिस्ट्रेशन फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारी जैसे आधार कार्ड नंबर, बैंक खाता विवरण, कृषि भूमि का विवरण आदि भरें।
-
दस्तावेज़ अपलोड करें: आवश्यक दस्तावेज़ जैसे आधार कार्ड, बैंक पासबुक, भूमि के दस्तावेज़ आदि अपलोड करें।
-
फॉर्म सबमिट करें: सभी जानकारी और दस्तावेज़ सही से भरने के बाद, फॉर्म सबमिट करें।
-
ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करें: रजिस्ट्रेशन के बाद, ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करें। यह प्रक्रिया भी ऑनलाइन की जा सकती है।
किसान कैसे चेक करें अपना नाम लाभार्थी सूची में?
किसान निम्नलिखित कदमों का पालन करके अपनी नाम लाभार्थी सूची में चेक कर सकते हैं:
-
आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
-
लाभार्थी स्थिति चेक करें: वेबसाइट पर ‘लाभार्थी स्थिति’ का विकल्प होगा। इस पर क्लिक करें।
-
आवश्यक जानकारी भरें: लाभार्थी स्थिति चेक करने के लिए आधार कार्ड नंबर या बैंक खाता नंबर भरें।
-
डेटा प्राप्त करें: जानकारी भरने के बाद, ‘डेटा प्राप्त करें’ पर क्लिक करें।
-
नाम की जांच करें: इसके बाद, स्क्रीन पर आपकी सभी जानकारी दिखाई देगी। यदि आपका नाम सूची में है, तो आप इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
मुख्यमंत्री बैल जोड़ी योजना 2025: पारंपरिक खेती को बढ़ावा, हर साल मिलेंगे ₹30,000 प्रोत्साहन
लखनऊ/भोपाल/रायपुर: किसानों के लिए एक बड़ी सौगात के तौर पर 2025-26 के बजट में मुख्यमंत्री द्वारा एक नई योजना की घोषणा की गई है। इस योजना के तहत बैल जोड़ी से खेती करने वाले किसानों को सालाना ₹30,000 की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। इस निर्णय का उद्देश्य पारंपरिक खेती को संरक्षण देना, पशुधन आधारित कृषि को बढ़ावा देना और छोटे किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है।
क्या है बैल जोड़ी योजना 2025?
मुख्यमंत्री बैल जोड़ी योजना 2025 राज्य सरकार की एक नई पहल है, जो उन किसानों के लिए शुरू की गई है जो आज भी बैल की जोड़ी का उपयोग करके खेतों में जुताई और अन्य कृषि कार्य करते हैं। यह योजना उन किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करेगी जो आधुनिक मशीनरी नहीं अपना सके हैं और पारंपरिक कृषि विधियों से जुड़े हुए हैं।
प्रोत्साहन राशि का प्रावधान
इस योजना के तहत योग्य किसानों को हर वर्ष ₹30,000 की आर्थिक सहायता सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी। यह राशि तीन समान किश्तों में दी जाएगी:
-
पहली किश्त – ₹10,000 (जून)
-
दूसरी किश्त – ₹10,000 (सितंबर)
-
तीसरी किश्त – ₹10,000 (दिसंबर)
योजना का उद्देश्य क्या है?
-
पारंपरिक खेती को बढ़ावा देना
-
ग्रामीण क्षेत्रों में पशुधन संरक्षण को प्रोत्साहित करना
-
उन किसानों को आर्थिक सहायता देना जो मशीनों के बजाय बैल की सहायता से खेती करते हैं
-
कृषि में टिकाऊ और पर्यावरण हितैषी पद्धतियों को बढ़ावा देना
कौन होंगे इस योजना के पात्र किसान?
बैल जोड़ी योजना का लाभ वही किसान ले सकेंगे जो निम्नलिखित मानदंडों को पूरा करते हैं:
-
किसान के पास कम से कम एक बैल की जोड़ी होनी चाहिए।
-
बैल का प्रयोग खेतों में जुताई या अन्य कृषि कार्यों में किया जा रहा हो।
-
किसान का नाम राज्य कृषि विभाग के पंजीकृत किसानों में होना चाहिए।
-
किसान का बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक होना अनिवार्य है।
-
ई-केवाईसी पूरी होनी चाहिए।
कैसे करें आवेदन?
इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से शुरू किया जाएगा।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया:
-
राज्य सरकार की कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाएं।
-
“बैल जोड़ी योजना” सेक्शन में जाकर नया पंजीकरण करें।
-
आधार नंबर, पशुओं की जानकारी, खेती के विवरण आदि भरें।
-
आवश्यक दस्तावेज़ (बैल का फोटो, जमीन का कागज, बैंक पासबुक) अपलोड करें।
-
फॉर्म सबमिट करें और रजिस्ट्रेशन नंबर नोट कर लें।
ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया:
-
नजदीकी कृषि सेवा केंद्र/CSC सेंटर पर जाएं।
-
योजना का फॉर्म भरें और सभी दस्तावेज़ संलग्न करें।
-
आवेदन की रसीद प्राप्त करें।
आवश्यक दस्तावेज़
-
आधार कार्ड
-
बैंक पासबुक की फोटो कॉपी
-
जमीन के स्वामित्व का प्रमाण
-
बैल की जोड़ी का फोटो और विवरण
-
कृषि कार्य का प्रमाण (ग्राम पंचायत या पटवारी से)
योजना का व्यापक लाभ
✅ छोटे और सीमांत किसानों को राहत
आधुनिक उपकरणों की पहुंच से दूर किसान इस योजना के माध्यम से आर्थिक रूप से मजबूत बन सकेंगे।
✅ परंपरागत कृषि पद्धतियों को बढ़ावा
बैल से जुताई जैसी पारंपरिक विधियां पर्यावरण के लिए लाभकारी होती हैं और भूमि की उर्वरता बनाए रखती हैं।
✅ पशुपालन को मिलेगा नया आयाम
इस योजना से पशुपालक किसानों को भी लाभ मिलेगा और वे अपने पशुओं की बेहतर देखभाल कर सकेंगे।
किसान क्या कहते हैं?
राज्य के विभिन्न जिलों के किसानों ने इस योजना का स्वागत किया है। बलिया जिले के किसान रामसूरत यादव का कहना है, “हम मशीन नहीं खरीद सकते, पर बैल से खेती करते हैं। अगर सरकार ₹30,000 देगी तो हम बीज, खाद और पशुओं के चारे का खर्च आसानी से निकाल पाएंगे।”
राज्य सरकार की मंशा
राज्य सरकार का कहना है कि यह योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक ठोस कदम है। सरकार का लक्ष्य है कि अगले दो वर्षों में 10 लाख से अधिक पारंपरिक किसान इस योजना के लाभार्थी बनें।
कब से शुरू होगी योजना?
बैल जोड़ी योजना को 1 जुलाई 2025 से लागू किया जाएगा। पहली किस्त के लिए आवेदन प्रक्रिया 15 जून 2025 से शुरू की जाएगी। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे समय से पहले ई-केवाईसी और आधार-बैंक खाता लिंकिंग जैसी प्रक्रियाएं पूरी कर लें।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त 2025 में जारी होने वाली है। यह योजना किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय सहायता है। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी पात्रता सुनिश्चित करें और समय-समय पर आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपडेट चेक करते रहें। इस योजना का लाभ उठाकर किसान अपनी कृषि कार्यों को और बेहतर बना सकते हैं।